Latest Post

बाथरूम की टोंटी

Written By Mukta on Wednesday 31 July 2013 | July 31, 2013


नयी नयी शादी होने के दो-चार दिन बाद जब पति शाम को ऑफिस से आया तो पत्नी आते ही बोली ...
पत्नी : " अजी सुनते हो जरा वाशिंग मशीन का प्लग बदल दो काम नहीं कर रहा ..."
पति उसको बांहों में भरते हुए उसे बेडरूम में ले गया और उसे बीएड पे गिर उसपर चढ़ते हुए बोला: " डार्लिंग मैं कोई बिजली का मिस्त्री हूँ क्या ?" वाशिंग मशीन का पलग काम करे न करे पर मेरा प्लग तेरे होल्डर में घुस के जरुर काम करेगा और फिर पति की शरारतों से रूम में पत्नी की मादक सिस्कारियां गूंजने लगी और फिर मानो रूम में तूफ़ान आ गया ...


अगले दिन जब शाम को जब पति ऑफिस से वापस घर आता है तो पत्नी फिर पति को बोलती है.
पत्नी: " अजी सुनते हो बाथरूम की जरा टोंटी टपक रही है थोडा इसे कस दो न "
पति एक हाथ से उसके बूब्स दबाने लगा और दुसरे हाथ से उसे खींचते हुए बेडरूम में ले गया और उसके कपडे खोलते हुए बोला: "मैं कोई प्लम्बर हूँ क्या ... जरा देख बाथरूम की टोंटी से ज्यादा तो मेरी टोंटी टपक रही है और फिर पल भर में दोनों के कपड़े जमीन पे पड़े थे और बिस्तर पर दोनों के शारीर गुत्थम गुत्था हुए कबड्डी खेल रहे थे और पलंग उनकी हरकतों से चरमराने लगा ......

अगले दिन फिर पति के घर आते ही पत्नी फिर बोलती है ...
पत्नी: "दरवाजा काफी हिल रहा है इसमें दो कील ही ठोक दो"
पति उसकी सलवार में हाथ घुसाता है हाथ चलाते हुए बोलता है : " यार मैं कोई कारपेंटर हूँ क्या? हाँ खील तो थोकुंगा पर दरवाज़े में नहीं " फिर पैंटी के ऊपर हाथ लाते हुए बोलता है खील ठोकने के लिए ये जगह मस्त है और उसे फिर बेडरूम में लता है और कुछ मिनटों बाद ही पति पत्नी के दोनों टांगों के जोड़ में अपनी खील ठोकने है जैसे जैसे पति की खील अन्दर जाती है पत्नी की कहराहटें निकलने लगती है और सारा कमरा उनकी इस अनोखे खील ठोकने का गवाह बनता है

अगले दिन जब वो घर आता है तो देखता है की वाशिंग मशीन, टोंटी और दरवाजा तीनो ही ठीक हो चुके थे, और उसकी पत्नी ने उसे कोई काम करने को नहीं कहा तो वो अपनी पत्नी से पूछता है, पति: "ये तीनो चीज़ें कैसे ठीक हुई ?"

पत्नी बोली: "सामने वाले पडोसी का जवान लड़का किसी काम से इधर आया था तो मैंने उसे इसे ठीक करने को कहा ...
वो बोला की वो तीनो चीज़ों को ठीक कर सकता है पर उसके बदले में मुझे उसे या तो अपनी चूत देनी पड़ेगी या फिर अच्छा सा केक बना कर खिलाना पड़ेगा,
बस फिर वो ही ये तीनो चीज़ें ठीक कर के गया है ...."

पति कुछ सोचते हुए बोला: "हम्म, तो फिर तुमने उसे कोन सा केक बना कर खिलाया ...?"

पत्नि आगे बढ़कर उसके पैंट की ज़िप खोली और अपना एक हाथ अन्दर घुसा उसके खड़े लंड को अपने कोमल मुलायम हाथो की मुट्ठी में पकड़ कर उसे खींचते हुए बेडरूम में ले गयी और लंड को मुठियाते हुए बोली : "केक? कैसा केक? जानू मैं कोई कुक हूँ क्या ....?"
Photo: नयी नयी शादी होने के दो-चार दिन बाद जब पति शाम को ऑफिस से आया तो पत्नी आते ही बोली ... पत्नी : " अजी सुनते हो जरा वाशिंग मशीन का प्लग बदल दो काम नहीं कर रहा ..."  पति उसको बांहों में भरते हुए उसे बेडरूम में ले गया और उसे बीएड पे गिर उसपर चढ़ते हुए बोला: " डार्लिंग मैं कोई बिजली का मिस्त्री हूँ क्या ?" वाशिंग मशीन का पलग काम करे न करे पर मेरा प्लग तेरे होल्डर में घुस के जरुर काम करेगा और फिर पति की शरारतों से रूम में पत्नी की मादक सिस्कारियां गूंजने लगी और फिर मानो रूम में तूफ़ान आ गया ...  अगले दिन जब शाम को जब पति ऑफिस से वापस घर आता है तो पत्नी फिर पति को बोलती है. पत्नी: " अजी सुनते हो बाथरूम की जरा टोंटी टपक रही है थोडा इसे कस दो न "  पति एक हाथ से उसके बूब्स दबाने लगा और दुसरे हाथ से उसे खींचते हुए बेडरूम में ले गया और उसके कपडे खोलते हुए बोला: "मैं कोई प्लम्बर हूँ क्या ... जरा देख बाथरूम की टोंटी से ज्यादा तो मेरी टोंटी टपक रही है और फिर पल भर में दोनों के कपड़े  जमीन पे पड़े थे और बिस्तर पर दोनों के शारीर गुत्थम गुत्था हुए कबड्डी खेल रहे थे और पलंग उनकी हरकतों से चरमराने लगा ......  अगले दिन फिर पति के घर आते ही पत्नी फिर बोलती है ... पत्नी: "दरवाजा काफी हिल रहा है इसमें दो कील ही ठोक दो" पति उसकी सलवार में हाथ घुसाता है हाथ चलाते  हुए बोलता है : " यार मैं कोई कारपेंटर हूँ क्या? हाँ खील तो थोकुंगा पर दरवाज़े में नहीं " फिर पैंटी के ऊपर हाथ लाते हुए बोलता है खील ठोकने के लिए ये जगह मस्त है और उसे फिर बेडरूम में लता है और कुछ मिनटों बाद ही पति पत्नी के दोनों टांगों के जोड़ में अपनी खील ठोकने  है जैसे जैसे पति की खील अन्दर जाती है पत्नी की कहराहटें निकलने लगती है और सारा कमरा उनकी इस अनोखे खील ठोकने का गवाह बनता है   अगले दिन जब वो घर आता है तो देखता है की वाशिंग मशीन, टोंटी और दरवाजा तीनो ही ठीक हो चुके थे, और उसकी पत्नी ने उसे कोई काम करने को नहीं कहा तो वो अपनी पत्नी से पूछता है, पति: "ये तीनो चीज़ें कैसे ठीक हुई ?"  पत्नी बोली: "सामने वाले पडोसी का जवान लड़का किसी काम से इधर आया था तो मैंने उसे इसे ठीक करने को कहा ... वो बोला की वो तीनो चीज़ों को ठीक कर सकता है पर उसके बदले में मुझे उसे या तो अपनी चूत देनी पड़ेगी या फिर अच्छा सा केक बना कर खिलाना पड़ेगा, बस फिर वो ही ये तीनो चीज़ें ठीक कर के गया है ...."  पति कुछ सोचते हुए बोला: "हम्म, तो फिर तुमने उसे कोन सा केक बना कर खिलाया ...?"   पत्नि आगे बढ़कर उसके पैंट की ज़िप खोली और अपना एक हाथ अन्दर घुसा उसके खड़े लंड को अपने कोमल मुलायम हाथो की मुट्ठी में पकड़ कर उसे खींचते हुए बेडरूम में ले गयी और लंड को मुठियाते हुए बोली : "केक? कैसा केक? जानू मैं कोई कुक हूँ क्या ....?"

पेटीकोट की गठान


एक रोज़ सिन्धी और मारवाड़ी दो सहलियो की बाज़ार में मुलाकात हो गयी बातोबात में इधर उधर की बात करते करते सेक्स की बात में पहुँच गयी दोनों ...

तो सिंधन सहेली ने कहा : क्या बताऊँ बहन कल रात को तो सेक्स का सारा मजा किर-किरा हो गया ....
मारवाड़ण सहेली ने पूछा : क्यूँ ऐसा क्या हुआ ... कंही जीजोसा का खड़ा होना बंद तो नहीं हो गया और तू तड़फती ही रह गयी ...
सिंधन अपनी सहेली के बूब्स को चिमटते हुए बोली : नहीं वो बात नहीं है रे उनका खड़ा तो रोज रात को होता है पर कल रात को वो मेरी सिलवार की गाठ उलझ गयी और बहुत देर तक उनसे और फिर मुझसे भी नही खुली ...
मारवाड़ण सहेली हँसते हुए पूछी : फिर, फिर क्या हुआ ...
सिंधन सहली भी मुस्कुराते हुए बताई : फीर क्या बच्चा जाग गया और उसको सुलाने के चक्कर में हम दोनों को भी नींद आ गई .... और सरे प्रोग्राम की वाट लग गयी ..
मारवाड़ण : लेकिन म्हारे साथ ऐसा कभी नही हो सकता है हम तो जब भी मूड होता है भरपूर सेक्स का मज़ा लेते है ...
सिंधन पूछती है : क्यों तुम्हरे पेटीकोट की गठान कभी नहीं उलझती क्या ...
मारवाड़ण उसके सलवार को खींचते हुए बोली : इसीलिए मेरी बन्नो रात को लहंगा पहना कर और जब भी मज़ा लेना हो तो ऐसा करने के लिए गठान खोलने की क्या जरुरत है बस लहंगा ऊपर उठाओ और शुरू हो जाओ
Photo: एक रोज़ सिन्धी और मारवाड़ी दो सहलियो की बाज़ार में मुलाकात हो गयी बातोबात में इधर उधर की बात करते करते सेक्स की बात में पहुँच गयी दोनों ... तो सिंधन सहेली ने कहा : क्या बताऊँ बहन कल रात को तो सेक्स का सारा मजा किर-किरा हो गया .... मारवाड़ण सहेली ने पूछा : क्यूँ ऐसा क्या हुआ ... कंही जीजोसा का खड़ा होना बंद तो नहीं हो गया और तू तड़फती ही रह गयी ... सिंधन अपनी सहेली के बूब्स को चिमटते हुए बोली : नहीं वो बात नहीं है रे उनका खड़ा तो रोज रात को होता है पर कल रात को वो मेरी सिलवार की गाठ उलझ गयी और बहुत देर तक उनसे और फिर मुझसे भी नही खुली ... मारवाड़ण सहेली हँसते हुए पूछी : फिर, फिर क्या हुआ ... सिंधन सहली भी मुस्कुराते हुए बताई : फीर क्या बच्चा जाग गया और उसको सुलाने के चक्कर में हम दोनों को भी नींद आ गई .... और सरे प्रोग्राम की वाट लग गयी .. मारवाड़ण : लेकिन म्हारे साथ ऐसा कभी नही हो सकता है हम तो जब भी मूड होता है भरपूर सेक्स का मज़ा लेते है ... सिंधन पूछती है : क्यों तुम्हरे पेटीकोट  की गठान कभी नहीं उलझती क्या ... मारवाड़ण उसके सलवार को खींचते हुए बोली : इसीलिए मेरी बन्नो रात को लहंगा पहना कर और जब भी मज़ा लेना हो तो ऐसा करने के लिए गठान खोलने की क्या जरुरत है बस लहंगा ऊपर उठाओ और शुरू हो जाओ

मस्त सेक्सी जवान


एक मस्त सेक्सी जवान औरत डा. चड्ढा के क्लिनिक आई और डा. से बोली - डा. साहब मेरा पति मेरे साथ सेक्‍स नहीं करता है।

डॉक्‍टर चड्ढा ने पहले उसकी भरपूर जवानी को ऊपर से निचे तक निहारा और उसे कुछ गोलियां देते हुए बोला - ये लो, 1 गोली रोज खिलाना और जिस रोज़ जोरदार मज़ा करना हो तो 2 गोली खिला देना .....।
औरत गोली ले कर आ गयी और उसने पति को एक गोली दूध में मिला कर पिला दी,
रात को पति ने भर पूर जोश के साथ 2 घंटे तक जमकर सेक्‍स किया।
औरत का दिल बाग़ बाग़ हो गया बहुत दिनों बाद उसकी हसरत पूरी हुयी थी सो वो बहुत खुश थी ....
अगले दिन उसने फिर 1 गोली दी, तो उस रात भी पति ने उसे कस के रगडा उसे और मज़ा आया।
तीसरे दिन औरत ने पति को दो गोली खिला दी ...
उस रात पति ने पूरी रात उसे सोने नहीं दिया और आगे पीछे दोनों तरफ से उसे 5 बार ठोका ... उसे बहुत ही मज़ा आया और ऐसा मज़ा औरत को अपनी शादीशुदा जिंदगी में आज से पहले कभी नहीं आया था ...
सुबह जब वो बिस्तर से उठी तो उसकी दोनों टांगो के जोड़ में हल्का हल्का मीठा मीठा दर्द हुआ उस दर्द में कितना मज़ा था ये बस वो ही जान रही थी जब जब वो चलती तो उस हलके हलके दर्द का एहसास उसे एक अजीब सी ख़ुशी का मज़ा देता .... और वो और भी ज्यादा उत्तेजित होने लगती ... दिल रहा था की जल्द से जल्द रात हो और कल की रात की तरह आज की रात भी हंगामेदार गुजरे ...
जैसे तैसे दिन गुजरा और रात आई ... ज्यादा मजे और मस्ती पाने के लिए उसने बची सारी की सारी गोलियां एक साथ पति को खिला दी ...
अगले दिन डा. साहब का उधर से गुजरना हुआ देखा औरत का बच्चा बहार उदास बैठा है तो डॉक्‍टर ने औरत के बेटे से पूछा - बेटा क्‍या हालचाल हैं ? मम्मी कन्हां है
बेटा ने बताया - अम्‍मी मर गईं, चच्‍ची अस्‍पताल पहुंच गईं, नौकरानी काम छोड़ कर चली गयी, पड़ोस वाली भाभी ने पापा पर बलात्‍कार का केस ठोक दिया है और मेरे भी पीछे काफी दर्द हो रहा है। अब्‍बू घर से यह कहकर निकले हैं कि मैं डा. चड्ढा की क्‍लीनिक जा रहा हूं, आने में देर हो जायेगी .....!!
 
Support : Creating Website | Johny Template | Mas Template
Copyright © 2011. Sex Stories in Marathi Font. मराठी फॉन्ट मध्ये - All Rights Reserved
Template Created by Creating Website Published by Mas Template
Proudly powered by Blogger